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शीघ्र स्खलन की आयुर्वेदिक दवा का नाम

शीघ्र स्खलन की आयुर्वेदिक दवा का नाम – आयुर्वेद में इलाज और समाधान

शीघ्र स्खलन की आयुर्वेदिक दवा का नाम: एक परिचय शीघ्र स्खलन, जिसे शीघ्रपतन भी कहा जाता है, पुरुषों में एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो कि सम्भोग के समय अपने आप हो जाती है। यह समस्या न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकती है। इसमें शर्मिंदगी की भावना और संतानों की प्राप्ति में समस्याएँ शामिल हो सकती हैं। आयुर्वेद में शीघ्र स्खलन की आयुर्वेदिक दवा के नाम के बारे में कई विकल्प मौजूद हैं, जो इस समस्या का समाधान प्रदान कर सकते हैं। शीघ्र स्खलन की आयुर्वेदिक दवा का नाम की महत्वपूर्णता आयुर्वेद में शीघ्र स्खलन की समस्या को “शुक्राणु दोष” के रूप में जाना जाता है। यह दोष पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में असंतुलन के कारण होता है। यह आयुर्वेद में शीघ्र स्खलन के पीछे के कारणों को दर्शाता है और सही उपचार द्वारा इस समस्या का समाधान प्रदान करने में मदद करता है। शीघ्र स्खलन की आयुर्वेदिक दवा का नाम “Ala Mensule Combo Pack” शीघ्र स्खलन, जिसे शीघ्रपतन भी कहा जाता है, एक आम सेक्सुअल स्वास्थ्य समस्या है जिससे कई पुरुष गुजरते हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए आयुर्वेद में अलग-अलग तरह की दवाओं का उपयोग किया जाता है। इसमें “अला मेंसुल कॉम्बो पैक” (मेंसुल 21, 31, 41) एक प्रमुख आयुर्वेदिक समाधान है जिसका उपयोग शीघ्र स्खलन की समस्या को दूर करने में किया जाता है। इस लेख में, हम आपको इस कॉम्बो पैक के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे, जिसमें शामिल होते हैं मेंसुल 21 (अश्वगंधा सहित), मेंसुल 31 (सफेद मूसली सहित), और मेंसुल 41 (आंवला और शिलाजीत सहित)। Ala Mensule Combo Pack “आला मेंसूल कॉम्बो पैक” एक प्रसिद्ध और प्रभावी उपाय है जो शीघ्र स्खलन की समस्या को दूर करने में मदद कर सकता है। यह पैक विभिन्न प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और आयुर्वेदिक तत्वों से तैयार किया गया है जो पुरुषों के सेक्सुअल स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं और शीघ्र स्खलन को रोकने में सहायक हो सकते हैं। शीघ्र स्खलन की आयुर्वेदिक दवा का नाम – Ala Mensule Combo Pack (Mensule 21, 31, 41) के फायदे इस सेक्शन में हम देखेंगे कि “अला मेंसुले कॉम्बो पैक” के अंतर्गत आने वाले मेंसुल 21, 31 और 41 के कैसे उपयोग से शीघ्र स्खलन की समस्या में सुधार हो सकता है। Mensule 21: अश्वगंधा सहित मेंसुल 21 आयुर्वेदिक दवा का एक हिस्सा है जिसमें अश्वगंधा शामिल होता है। अश्वगंधा में गुणों से भरपूर होने के कारण, यह दवा शीघ्र स्खलन को दूर करने में मदद कर सकती है। अश्वगंधा सेक्सुअल शक्ति को बढ़ाता है और यौन संतुष्टि में मदद कर सकता है। Mensule 31: सफेद मूसली सहित मेंसुल 31 में सफेद मूसली का उपयोग शीघ्र स्खलन के इलाज में किया जाता है। सफेद मूसली वीर्य की मात्रा को बढ़ाने में मदद कर सकती है और यौन शक्ति को बढ़ा सकती है, जिससे शीघ्रपतन की समस्या को दूर किया जा सकता है। Mensule 41: आंवला और शिलाजीत सहित मेंसुल 41 एक विशेष आयुर्वेदिक दवा है जिसमें आंवला और शिलाजीत शामिल होता है। आंवला में विटामिन सी की भरपूर मात्रा होने के कारण, यह दवा यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है और शीघ्रपतन की समस्या को कम कर सकती है। शिलाजीत भी यौन दुर्बलता को दूर करने में मदद करता है और शीघ्रपतन को कम करने में सहायक हो सकता है। शीघ्र स्खलन की आयुर्वेदिक दवा का नाम – अला मेंसुल कॉम्बो पैक (मेंसुले 21, 31, 41) के महत्वपूर्ण लाभ: सुरक्षित और प्राकृतिक: यह दवाएँ पूरी तरह से प्राकृतिक होती हैं और किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट्स की चिंता किए बिना उपयोग की जा सकती हैं। वीर्य की मात्रा में वृद्धि: इन दवाओं में शामिल यौन उत्तेजक तत्व वीर्य की मात्रा में वृद्धि कर सकते हैं, जो शीघ्र स्खलन को दूर करने में मदद कर सकता है। स्वास्थ्यप्रद आहार सहायक: मेंसुले 41 में शामिल आंवला और शिलाजीत आपके स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं और यौन स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। Mensule Combo Pack शीघ्रपतन को कहो अलविदा! शीघ्रपतन से परेशान? पुरुषों के लिए  Mensule Combo Pack – सभी सेक्स समस्याओं के लिए एक अद्भुत समाधान। अब पाएं 2 महीने में शीघ्रपतन से छुटकारा और पूर्ण आनंद। समस्या को जड़ से मिटाएं प्राकृतिक और सुरक्षित खुशियों से भरा जीवन अपने स्वप्नों को पूरा करें और पार्टनर को खुश बनाएं। आज ही मेंसुल कॉम्बो पैक के साथ खुद को खोजें। अभी खरीदें 👉 Buy On Amazon निष्कर्ष शीघ्र स्खलन एक आम समस्या है जिसका सही समय पर उपचार किया जा सकता है। आयुर्वेद में मिलने वाली कुछ जड़ी-बूटियाँ और उपाय इस समस्या का समाधान प्रदान करने में मदद कर सकते हैं। इस लेख में हमने देखा कि शीघ्र स्खलन एक आम समस्या है, लेकिन आयुर्वेद में मौजूद उपायों से इसका समाधान संभव है। सही जानकारी और सलाह के साथ, इस समस्या को दूर करना संभव है। और पढ़ें Medicine of Nightfall – नाईटफॉल का आयुर्वेदिक उपचार Shighrapatan ko kaise roke – शीघ्रपतन को कैसे रोकें

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शीघ्र स्खलन का आयुर्वेदिक इलाज

शीघ्र स्खलन का आयुर्वेदिक इलाज: आयुर्वेद के जादुई उपायों का खास अनुभव

शीघ्र स्खलन का आयुर्वेदिक इलाज : शीघ्र स्खलन, जिसे वीर्यपात भी कहा जाता है, पुरुषों में एक आम स्वास्थ्य समस्या है जिसमें वे अपने वीर्य को नियंत्रित नहीं कर पाते हैं, जिससे संबंध बनाने के समय उन्हें जल्दी वीर्यस्खलन हो जाता है। यह समस्या न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करती है, बल्कि इसका उनके आत्मविश्वास और सामाजिक संबंधों पर भी असर पड़ता है। आयुर्वेद में शीघ्र स्खलन का इलाज विभिन्न प्राकृतिक और आर्शेय उपायों के माध्यम से किया जाता है। शीघ्र स्खलन एक ऐसी समस्या है जिसका मानव जीवन में महत्वपूर्ण स्थान होता है, लेकिन यह आयुर्वेद में उपचार के लिए विशेष तरीके से देखा जाता है। आयुर्वेद में शीघ्र स्खलन के लिए कई जादुई उपाय हैं जो स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं। इस लेख में, हम आपको शीघ्र स्खलन के आयुर्वेदिक इलाज के बारे में बताएंगे जो आपकी समस्या को जड़ से मिटा सकते हैं। शीघ्र स्खलन के कारण शीघ्र स्खलन का कारण विभिन्न तत्वों से संबंधित हो सकता है, जैसे कि शारीरिक, मानसिक और यौनिक कारण। निम्नलिखित कुछ कारण हो सकते हैं: तनाव: तनाव एक मुख्य कारण हो सकता है जो शीघ्र स्खलन को बढ़ावा देता है। तनाव से ग्रस्त व्यक्ति के शरीर में वृद्धि होने वाले थायरोकोर्टिकोइड हारमोन्स शीघ्र स्खलन को बढ़ा सकते हैं। मानसिक स्थितियाँ: चिंता, उत्सुकता, डर, और दुख जैसी मानसिक स्थितियाँ भी शीघ्र स्खलन को प्रेरित कर सकती हैं। यौन संवाद की अभावना: यदि व्यक्ति यौन संवाद की अभावना महसूस करता है, तो यह शीघ्र स्खलन को बढ़ा सकता है। शराब पीना: अधिक मात्रा में शराब पीने से शीघ्र स्खलन की समस्या बढ़ सकती है। अधिक मेथी चीजों का सेवन: अधिक मेथी चीजों का सेवन भी यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करके शीघ्र स्खलन को उत्तेजित कर सकता है। ये केवल कुछ उदाहरण हैं, और अन्य कारण भी हो सकते हैं जो शीघ्र स्खलन की समस्या को प्रभावित कर सकते हैं। यदि आपको यह समस्या है, तो आपको एक विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए जो आपकी स्थिति का मूल्यांकन कर सकेंगे और सही उपचार सुनिश्चित करेंगे। शीघ्र स्खलन का आयुर्वेदिक इलाज आयुर्वेद में शीघ्र स्खलन का उपचार विभिन्न प्राकृतिक तत्वों का सही समन्वय करके किया जाता है ताकि शरीर का संतुलन बना रहे। यहां आपको कुछ आयुर्वेदिक उपाय मिलेंगे जो शीघ्र स्खलन के इलाज में मदद कर सकते हैं: पढ़ें : शीघ्र स्खलन की दवा कैप्सूल का नाम: आपके समस्या का तुरंत समाधान! शीघ्र स्खलन का आयुर्वेदिक इलाज – जड़ी-बूटियाँ आयुर्वेद में कई जड़ी-बूटियाँ हैं जो शीघ्र स्खलन के इलाज में सहायक हो सकती हैं। अश्वगंधा, कौंच बीज, शतावरी, और गोखरू का सेवन शीघ्र स्खलन को दूर करने में मदद कर सकता है। अश्वगंधा: अश्वगंधा एक प्राकृतिक जड़ी-बूटी है जिसे आयुर्वेद में शक्ति और ताक़त के लिए जाना जाता है। इसका सेवन शीघ्र स्खलन की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है और यौन स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है। कौंच बीज: कौंच के बीज भी एक प्राकृतिक उपाय हो सकते हैं जो शीघ्र स्खलन की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं। ये बीज यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के साथ-साथ शक्ति और ऊर्जा को भी बढ़ावा देते हैं। शतावरी: शतावरी एक जड़ी-बूटी है जिसे महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए भी जाना जाता है, लेकिन यह पुरुषों के यौन स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। शतावरी का सेवन शीघ्र स्खलन को कम करने में मदद कर सकता है और यौन संबंधों को सुधार सकता है। गोखरू: गोखरू भी एक प्राकृतिक उपाय है जो पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है। यह शीघ्र स्खलन की समस्या को कम करने में सहायक हो सकता है और यौन संबंधों को बेहतर बना सकता है। यदि आपको शीघ्र स्खलन की समस्या है, तो आपको यह जानकारी अपने आयुर्वेदिक वैद्य से परामर्श करके उपयोग करनी चाहिए। वे आपकी स्थिति का सही मूल्यांकन करके उपचार की सलाह देंगे। शीघ्र स्खलन का आयुर्वेदिक इलाज – आहार और पौष्टिकता सही आहार और पौष्टिकता का पालन करना भी शीघ्र स्खलन को दूर करने में मदद कर सकता है। अंडे, ड्राई फ्रूट्स, खजूर, और ब्रोकोली जैसे आहार पदार्थ शीघ्र स्खलन की समस्या को कम करने में सहायक हो सकते हैं। शुद्ध घी का सेवन शुद्ध घी का सेवन शीघ्र स्खलन को कम करने में मदद कर सकता है। घी में पाये जाने वाले गुण शरीर को शांति और स्तम्भन देते हैं, जिससे समस्या में सुधार हो सकती है। सैंतरी आहार का पालन सैंतरी आहार का पालन करना भी शीघ्र स्खलन को दूर करने में मदद कर सकता है। फल, सब्जियां, दालें, अनाज आदि को अपने आहार में शामिल करके स्वास्थ्य को बेहतर बनाएं। पढ़ें : Medicine of Nightfall – नाईटफॉल का आयुर्वेदिक उपचार शीघ्र स्खलन का आयुर्वेदिक इलाज – योग और प्राणायाम प्राणायाम और योग के अभ्यास से तनाव कम होता है और मानसिक शांति मिलती है, जिससे शीघ्र स्खलन की समस्या में सुधार हो सकता है। आश्वासन मुद्रा आश्वासन मुद्रा शीघ्र स्खलन के इलाज में मदद कर सकती है। इस मुद्रा को करने से शरीर की ऊर्जा संचारित होती है और यौन समस्या में सुधार हो सकती है। अनुलोम-विलोम प्राणायाम अनुलोम-विलोम प्राणायाम भी शीघ्र स्खलन के इलाज के लिए उपयोगी हो सकता है। यह प्राणायाम शरीर की ऊर्जा को संतुलित करने में मदद करता है और समस्या को कम करने में सहायक हो सकता है। Mensule Combo Pack शीघ्रपतन को कहो अलविदा! शीघ्रपतन से परेशान? पुरुषों के लिए  Mensule Combo Pack – सभी सेक्स समस्याओं के लिए एक अद्भुत समाधान। अब पाएं 2 महीने में शीघ्रपतन से छुटकारा और पूर्ण आनंद। समस्या को जड़ से मिटाएं प्राकृतिक और सुरक्षित खुशियों से भरा जीवन अपने स्वप्नों को पूरा करें और पार्टनर को खुश बनाएं। आज ही मेंसुल कॉम्बो पैक के साथ खुद को खोजें। अभी खरीदें 👉 Buy On Amazon निष्कर्ष शीघ्र स्खलन का आयुर्वेदिक इलाज संभव है अगर आप सही तरीके से प्राकृतिक उपायों का सहारा लें। यह उपाय आपकी सेहत को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने में मदद कर सकते हैं। शीघ्र स्खलन का आयुर्वेदिक इलाज एक सुरक्षित और प्राकृतिक तरीका हो सकता है जो समस्या का मूल कारण ठीक करने के साथ-साथ उपचार भी कर सकता है। यदि

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हस्थमैथुन को कैसे त्यागें ? कमज़ोरी, सेक्स की इक्छा में कमी और शीघ्रपतन की समस्या है?

हस्थमैथुन को कैसे त्यागें ? कमज़ोरी, सेक्स की इक्छा में कमी और शीघ्रपतन की समस्या है?

हस्थमैथुन को कैसे त्यागें ? कमज़ोरी, सेक्स की इक्छा में कमी और शीघ्रपतन की समस्या है? यदि आप कभी-कभार हस्तमैथुन करते हैं तो आपको कोई सेक्सुअल समस्या हो इसके असार बहुत कम हैं, लेकिन अगर आप रोज़ ही हस्थमैथुन करते हैं और काफी सालों से ऐसा करते आ रहे हैं तो यह आपको ज़रूर नुकसान  पहुंचा चुका है। कमजोरी या दुर्बलता की समस्या का सामना करना किसी भी व्यक्ति के लिए चिंता का विषय हो सकता है। जब यह कमजोरी हस्तमैथुन जैसी अधिक ताकतवर गतिविधियों के कारण होती है, तो व्यक्ति और भी अधिक परेशान हो जाता है। अगर आप इस आदत में बहुत लम्बे समय से संग्लिप्त है तो आपको हर्बल दवाइयों का सहारा लेना ही पड़ेगा। अधिक हस्तमैथुन के कारण आयी शारीरिक कमजोरी के लिए इलाज हस्तमैथुन (masturbation), एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसमें स्वयं को आनंद प्रदान करने के लिए व्यक्ति अपने लिंग को हाथ से स्पर्श करता है। यह युवावस्था में आम रूप से देखा जाता है और ज्यादातर मामूली होता है। लेकिन, कुछ लोग इसे अत्यधिक मात्रा में करने की आदत बना लेते हैं, जिससे उन्हें शारीरिक और मानसिक समस्याएं (phycological and physical impotance) हो सकती हैं। यह ब्लॉग इसी विषय पर आधारित है और हम इसमें विभिन्न शारीरिक और मानसिक कमजोरी से निजात पाने के लिए कुछ उपाय देखेंगे। हस्थमैथुन को कैसे त्यागें? इस समस्या के कारण जो सवाल सबसे सबसे ज्यादा लोगों को सताता है वह यह है के, हस्थमैथुन को कैसे त्यागें ? इस समस्या से निपटने के लिए यहां हम कुछ महत्वपूर्ण टिप्स और उपाय देखेंगे: 1. सही आहार: एक स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करना शारीरिक कमजोरी से निपटने में मदद करता है। फल, सब्जियां, अनाज, दूध, और दूध से बने उत्पाद खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। 2. व्यायाम: योग, ध्यान और व्यायाम शरीर को ताकतवर बनाने में मदद करते हैं। रोजाना कुछ समय निकालकर व्यायाम करना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है। 3. नींद की गुणवत्ता: पर्याप्त नींद लेना शरीर को ठीक से आराम देता है और कमजोरी को कम करने में मदद करता है। रात में कम समय में मोबाइल या कंप्यूटर का इस्तेमाल करने से बचें। 4. स्वस्थ जीवनशैली: अत्यधिक हस्तमैथुन की आदत से छुटकारा पाने के लिए स्वस्थ और नैतिक जीवनशैली कायम रखना जरूरी है। अपने दिनचर्या को ऐसे संशोधित करें कि आपको समय मिले व आप व्यायाम व कुछ नए काम करने में रुचि रखें। 5. मनोविज्ञान: मन का शांत रहना भी शारीरिक कमजोरी से निपटने के लिए आवश्यक है। योग और ध्यानके माध्यम से मन को शांत करने और तनाव को कम करने में सहायक हो सकते हैं। अधिक शारीरिक और मानसिक तनाव कमजोरी को बढ़ा सकते हैं, इसलिए ध्यान रखें कि आप तनाव को समय पर समाप्त करने के लिए सक्रिय रहें और सकारात्मक सोच वाले लोगों के साथ समय बिताएं। 6. मेडिटेशन: मेडिटेशन शांति और सांत्विकता का स्रोत है जो दिमाग को ताजगी और सकारात्मकता से भर देता है। नियमित रूप से मेडिटेशन करने से आप अपनी सोच को साफ़ कर सकते हैं और निजी जीवन में संतुष्टि पा सकते हैं। 7. विश्राम और अवकाश: अधिक कामकाज और तनाव से बचने के लिए नियमित अवकाश और विश्राम का समय निकालें। शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए विश्राम बहुत महत्वपूर्ण है। 8. दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं: अक्सर अधिक हस्तमैथुन (masturbation) की आदत से लोग सोसायटी से अलग हो जाते हैं और अकेलेपन का सामना करना पड़ता है। इससे बचने के लिए अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताने से खुशियाँ और समरसता बढ़ती है। 9. शक्ति वर्धक आहार: शरीर को शक्ति देने वाले आहार का सेवन करने से शारीरिक कमजोरी कम हो सकती है। शुद्ध और पौष्टिक भोजन जैसे अंडे, द्राक्षा, खजूर, नट्स, और खासकर ड्राई फ्रूट्स सेवन करें। 10. वैद्यकीय सलाह: अगर शारीरिक कमजोरी बहुत ज्यादा है और उपरोक्त उपाय फलदायी नहीं हो रहे हैं, तो आपको विशेषज्ञ वैद्यकीय सलाह लेनी चाहिए। वैद्यकीय सलाह के माध्यम से आपको सही और अनुकूल उपचार मिल सकता है। वैसे तो अंग्रेजी दवाओं का सहारा लेकर आप खुद को एक समय तक सही रख सकते हैं लेकिन समस्या को जड़ से ख़तम करने के लिए आपको देसी दवाओं का या कहे की आयुर्वेदिक अथवा यूनानी दवाओं का सहारा लेना पड़ सकता है। आयुर्वेदिक दवाओं के संगम से कई नुस्खे बनते हैं जिनकी जानकारी आयुर्वेदिक डॉक्टर को होती है। किस मरीज़ के लिए किस नुस्खे को अपनाना है यह जानने के लिए आपको किसी विद्वान डॉक्टर के ही मार्गदर्शन की आवश्यकता होगी। लगातार हस्थमैथुन के कारण आयी कामोत्तेजना में कमी के लिए आप इन जड़ी बूटियों को अपना सकते हैं। 1 अश्वगंधा: यह जड़ी-बूटी शक्ति बढ़ाने के लिए जानी जाती है और सेक्सुअल इंटरेस्ट को बढ़ाने में मदद कर सकती है। अश्वगंधा आपके शरीर के तंत्रिका तंत्र को सुधारती है और यौन इच्छा को बढ़ाती है। इसे अखंड चूर्ण के रूप में या अश्वगंधा का प्राकृतिक रस दूध के साथ सेवन करें। 2. शतावरी: शतावरी एक अन्य प्रसिद्ध जड़ी-बूटी है जो सेक्सुअल इंटरेस्ट और स्तंभन शक्ति को बढ़ाती है। यह स्त्री और पुरुष दोनों के लिए उपयुक्त है। शतावरी का चूर्ण, रस, या कैप्सूल के रूप में सेवन कर सकते हैं। 3. कौंच बीज: यह जड़ी-बूटी वीर्य की गति को बढ़ाती है और यौन समस्याओं को दूर करती है। कौंच बीज प्राकृतिक तरीके से वीर्य की मात्रा को बढ़ाता है और स्पर्शशक्ति को सुधारता है। 4. गोक्षुर: यह जड़ी-बूटी मूत्र और यौन प्रणाली को स्वस्थ रखने में मदद करती है। गोक्षुर सेक्सुअल इंटरेस्ट को बढ़ाता है और शीघ्रपतन को कम कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि ये जड़ी-बूटियां केवल सावधानीपूर्वक और समझदारी से उपयोग की जाएं। यदि आपको किसी भी जड़ी-बूटी से संबंधित समस्या है, तो कृपया एक विशेषज्ञ की सलाह लें और उनके निर्देशों का पालन करें। इन जड़ी-बूटियों का नियमित और सही उपयोग करने से आपके यौन स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है और कामोत्तेजना में वृद्धि हो सकती है। इन जड़ी-बूटियों का सेवन करने से पहले अपने वैद्यकीय पेशेवर से परामर्श जरूर लें और अधिक जानकारी प्राप्त करें। इसलिए, यदि आपको अधिक हस्थमैथुन के कारण कामोत्तेजना में कमी की समस्या है, तो चिंता न करें। जड़ी-बूटियों के औषधीय

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