अगर आप लम्बी सेक्स ड्राइव के लिए जड़ी बूटीयों के बारे में जानना चाहते हैं या आप पुरुषों के लिए हर्बल दवा के बारे में जानने का प्रयास कर रहे हैं, तो चिंता न करें, हम आपकी मदद के लिए यहां हैं। सेक्स ड्राइव के लिए जड़ी बूटी का मतलब है कि कोई साइड इफेक्ट न हो और एक प्रभावी हर्बल समाधान हो। आज के इस लेख में हम चर्चा करेंगे कि क्या आयुर्वेदिक या यूनानी उपचारों की मदद से प्रीमेच्योर इजैकुलेशन (शीघ्रपतन) और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (स्तंभन दोष) को वास्तव में उपचारित किया जा सकता है। हम यह भी चर्चा करेंगे कि इसके प्रभाव और आपके शरीर में सुधार लाने के लिए इन दवाओं को कितना समय लगता है। याद रखे की यह समस्याएं एक दिन में नहीं हुई, लम्बे समय से चल रही अनियमितताओं के कारण ही सेक्स समस्याएं होती है। ऐसे में यह मान लेना गलत होगा कि किसी जादुई दवा से यह ठीक होंगी।
अपनी समस्या को पहचानें, आखिर क्यों आपकी सैक्स करने की छमता कम है ?
- क्या आप प्रीमेच्योर इजैकुलेशन यानि शीघ्रपतन की समस्या से पीड़ित हैं?
- क्या आप और आपके साथी के बीच सफल संबंध नहीं है?
- क्या आपने कई उपचारों का प्रयास किया है और अब आप जड़ी बूटी समाधान प्राप्त करना चाहते हैं?
- क्या आप स्थायी रूप से इलाज कराना चाहते हैं?
सबसे पहले यह आवश्यक है कि आप यह समझें कि आप किस प्रकार की सेक्सुअल समस्या का सामना कर रहे हैं? आपने इस समस्या का कितने समय तक सामना किया है और आपके शरीर की संपूर्ण स्वास्थ्य स्थिति क्या है। अगर आप स्वस्थ हैं और आपकी मानसिक और शारीरिक स्थिति ठीक है, तो शायद आपको अपने जीवन में थोड़ा अतिरिक्त आनंद की जरूरत हो। दूसरी ओर, यदि आपके पास अधिक वजन, उच्च रक्त शर्करा स्तर, उच्च कोलेस्ट्रॉल, ब्लोटिंग और थकान की समस्या है, तो आपको खुद के लिए उपयुक्त दवा लेनी चाहिए।
अपनी समस्या को कैसे समझेंगे आप ?
देखिये कि इनमे से कोनसी आदत आपको है। क्या आपने हाल ही में बहुत वजन बढ़ा लिया है? या आपका वज़न कम होता जा रहा है? क्या आप चेन स्मोकर हैं? क्या आपको शराब की लत हैं? क्या आप दैनिक योग संतुलित आहार ले रहे हैं? या फिर दूसरी तरफ, क्या आपने बहुत अधिक हस्तमैथुन किया है? क्या आप नियमित रूप से पेट की समस्या का अनुभव कर रहे हैं? क्या आपको डाईबेटिस यानि शुगर की बीमारी है? ये कुछ कारण हैं जो प्रीमेचर इजैकुलेशन और शरीर में कम टेस्टोस्टेरोन स्तर का कारण बन सकते हैं। लम्बे समय तक ऐसी आदतें होने पर आपके शरीर में तनाव और हार्मोन्स में उथल पुथल होना शुरू हो जाती है जिसके कारण अधिकतर शीघ्रपतन और अन्य प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
अपने उपचार की योजना बनाएं
- पहला कदम: अपनी समस्या का पता करें
- दूसरा कदम: उपचार के बारे में जानें
- तीसरा कदम: स्पेशलिस्ट डॉक्टर से उपचार करवाएं और उचित इलाज पाएं
उपचार कैसे करें
सबसे पहले यह अच्छा होगा अगर आप विशेषज्ञ डॉक्टर के पास जाएं। सभी लोग अलग-अलग व्यक्तित्व रखते हैं और उनके शारीरिक कार्यों के एक अत्यधिक विशेष और अलग तरीके होते हैं। डॉक्टर आपकी जांच करेंगे और फिर आपको उसके अनुसार उपचार देंगे। सामान्य दवाओं के चरण सभी के लिए समान होते हैं।
आपको एक स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए। एक स्वस्थ शरीर से ही आप लम्बे सम्भोग की आशा रख सकते हैं। अगर आप स्वस्थ नहीं हैं, तो अब शुरू करें, अपने आप को तार्किक रूप से सुधारें और शुरू करें। अपना वजन कम करें, धूम्रपान बंद करें, शराब पीना बंद करें, और फिर संतुलित आहार लेना शुरू करें। इसके साथ ही, आप जड़ी-बूटियों की दवाओं का उपयोग कर सकते हैं जो आपके हार्मोन को बढ़ाने में मदद करेंगी, सेक्सुअल अंगों को जीवांत करने में मदद करेंगी और आपकी सेक्स ड्राइव को बढ़ाएंगी।
हर्बल दवाएं जो लम्बे सम्भोग में काम आएं
शीघ्रपतन जैसी समस्या के लिए यूनानी और आयुर्वेद में हर्बल उपचार है। यहां कुछ सामान्य हर्बल दवाएँ हैं जिन्हें आप प्रीमेचर इजैकुलेशन के उपचार के लिए उपयोग कर सकते हैं, हालांकि संयोजन और मात्रा को यूनानी या आयुर्वेदिक चिकित्सक प्रैक्टिशनर से परामर्श करना चाहिए। अलग अलग मरीज़ के अनुसार डॉक्टर इन दवाओं की मात्रा और मिश्रण अलग अलग तरह से उपयोग करते हैं।
शिलाजीत - एक प्राचीन चमत्कार
शिलाजीत, हिमालय के कुछ क्षेत्रों में पाया जाने वाला प्राकृतिक औषधि है, जो विभिन्न आयुर्वेदिक उपचारों में प्रयोग होती है। यह प्राकृतिक रूप से उत्पन्न होती है और पत्थरों, जड़ों, और चट्टानों के भीतर बनती है। इसके गुणों को देखते हुए, इसे ‘आभिघातज‘ कहा जाता है, क्योंकि यह चट्टानों में उत्पन्न होती है और यह उस भूमि की गर्मी से जुड़ी होती है।
शिलाजीत में कई प्रकार की धातुएं और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। ये तत्व शरीर के विभिन्न कार्यों को समर्थन करते हैं और संतुलित स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं। निम्नलिखित धातुएं और पोषक तत्व शिलाजीत में पाए जाते हैं:
- आयरन (Iron):आयरन हमारे शरीर में लोहे की कमी को पूरा करता है, हमारे रक्त को और भी प्रभावशाली बनाता है, जिससे कि खून को अधिक ऑक्सीजन पहुंचता है।
- कॉपर (Copper):कॉपर रक्त को शुद्ध करता है और इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
- जिंक (Zinc):जिंक हमारे शरीर में विभिन्न उत्पादों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जैसे कि हार्मोन, एंजाइम्स, और अन्य जीवन की प्रक्रियाओं को संतुलित रखना।
- कैल्शियम (Calcium): कैल्शियम हड्डियों और दांतों के लिए आवश्यक होता है और साथ ही मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है।
- मैग्नीशियम (Magnesium): मैग्नीशियम उत्तेजना और नस्तस्थितिकी प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण होता है, साथ ही मानसिक तनाव और तनाव को कम करने में मदद करता है।
- अमिनो एसिड्स (Amino Acids): ये शरीर के पोषण के लिए आवश्यक होते हैं, वे उत्पादन और रक्त को बढ़ावा देते हैं, और ऊर्जा के स्तर को संतुलित रखने में मदद करते हैं।
- फुल्विक एसिड्स (Fulvic Acids): ये विटामिन, मिनरल्स, और अन्य पोषक तत्वों को शरीर में संश्लेषित करने में मदद करते हैं, जिससे कि उनका अधिकतम अवशोषण हो सके।
ये तत्व स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं और शिलाजीत को इन तत्वों का एक स्रोत माना जाता है। इसलिए, शिलाजीत को आयुर्वेदिक औषधि के रूप में उच्च मानकों पर प्राप्त किया जाता है।
शिलाजीत के लाभ
- ऊर्जा को बढ़ाना: शिलाजीत में मौजूद पोषक तत्व शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करते हैं।
- रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाना: इसके अंतिमिक गुण सामर्थ्य बढ़ाने में मदद कर सकते हैं और रोग प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत बनाए रख सकते हैं।
- ऊर्जा और ताकत को बढ़ाना: शिलाजीत का सेवन शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करके ऊर्जा और ताकत को बढ़ा सकता है।
- मानसिक स्थिति को सुधारना: यह मानसिक स्थिति को सुधारने और मनोविकारों को दूर करने में मदद कर सकता है।
- पाचन को सुधारना: शिलाजीत का सेवन पाचन को सुधारने में मदद कर सकता है और अन्य पाचन संबंधित समस्याओं को भी दूर कर सकता है।
कैसे प्रयोग करें ?
शिलाजीत को आमतौर पर पाउडर, कैप्सूल, लिक्विड, और टॉनिक के रूप में उपलब्ध किया जाता है। इसे दिन में गर्म पानी के साथ एक या दो बार लिया जाता है। लेकिन, शिलाजीत का सेवन करने से पहले, आपको अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए, क्योंकि यह व्यक्ति की स्थिति और आवश्यकताओं पर निर्भर करता है।
अश्वगंधा - अश्व यानि घोडा और गंधा यानि खुशबू
अश्वगंधा एक प्रमुख आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो प्राकृतिक तौर पर भारतीय जड़ी बूटियों में प्रयोग की जाती है। इसका वैज्ञानिक नाम Withania somnifera है। यह एक छोटी पौधा है जिसके पत्ते सबसे अधिक उपयोग किए जाते हैं, लेकिन इसकी जड़ें भी उपयोगी होती हैं।
अश्वगंधा में पाए जाने वाले प्रमुख पोषक तत्व
अश्वगंधा में पाए जाने वाले ये सभी पोषक तत्व अश्वगंधा को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए उपयोगी बनाते हैं और इसे एक महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक औषधि बनाते हैं।
- फिटोस्टेरोल: फिटोस्टेरोल प्राकृतिक प्लांट स्टेरोल होता है, जो हृदय के स्वास्थ्य को संभालता है और चलने और जमने को नियंत्रित करता है।
- आयरन: आयरन हमारे शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हेमोग्लोबिन के निर्माण में सहायक होता है, जो हमारे रक्त को ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है।
- कैल्शियम: कैल्शियम हड्डियों और दांतों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, और यह सामान्य मानसिक चुटकुले में भी मदद करता है।
- मैग्नीशियम: मैग्नीशियम ऊर्जा उत्पादन, न्यूरोमस्कुलर संगति, और रक्तचालन के लिए आवश्यक है। यह मानसिक तनाव और अवसाद को भी कम करने में मदद करता है।
- अमिनो एसिड्स: अमिनो एसिड्स शरीर के पोषण के लिए आवश्यक होते हैं, और ये ऊर्जा उत्पादन और रक्त की निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- फ्लावोनॉयड्स: फ्लावोनॉयड्स एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर को नुकसानकारी रेडिकल्स के खिलाफ संरक्षण प्रदान करते हैं।
- विटामिन: अश्वगंधा में विभिन्न विटामिन्स जैसे कि विटामिन सी, विटामिन ए, और विटामिन बी का मौजूद होना बहुत महत्वपूर्ण है। इन विटामिन्स का संतुलित सेवन हमारे सामान्य कुशलता को बढ़ावा देता है और शारीरिक कार्यों को समर्थ बनाए रखने में मदद करता है।
अश्वगंधा के प्रमुख लाभ
अश्वगंधा, एक प्राकृतिक औषधि, एक प्रमुख आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार में मदद करती है। यहाँ इसके उपयोग के कुछ महत्वपूर्ण लाभ बताए गए हैं:
- तनाव और चिंता को कम करना: अश्वगंधा एक प्राकृतिक तनावनिवारक होती है और मानसिक चिंता और दबाव को कम करने में मदद करती है। इसका नियमित सेवन ध्यान और धारणशक्ति को बढ़ा सकता है।
- शारीरिक ऊर्जा और ताकत को बढ़ाना: अश्वगंधा शरीर को ऊर्जा और ताकत प्रदान करती है, जिससे व्यक्ति थकावट और थकावट का अनुभव कम करता है।
- इम्यून सिस्टम को मजबूत करना: यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है, जिससे व्यक्ति बीमारियों के खिलाफ अधिक प्रतिरोधी बनता है।
- मानसिक स्थिति को सुधारना: अश्वगंधा का सेवन मानसिक स्थिति को सुधारने में मदद कर सकता है, जैसे कि अवसाद और चिंता को कम करने में।
- पाचन को सुधारना: अश्वगंधा पाचन को सुधारता है और अपच और जीर्ण वातरोग में लाभकारी हो सकती है।
इन सभी लाभों के साथ, अश्वगंधा का नियमित सेवन शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है।
अश्वगंधा कैसे प्रयोग करें ?
अश्वगंधा को आमतौर पर कई रूपों में उपयोग किया जाता है, जैसे कि पाउडर, कैप्सूल, लिक्विड, और टॉनिक के रूप में। यह सामान्य रूप से दिन में गर्म पानी के साथ लिया जाता है। अश्वगंधा का सेवन करने से पहले, आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए, खासकर यदि आपको किसी विशेष स्वास्थ्य समस्या का सामना हो।
अंत में
हमने आपको बताया की लम्बे समय तक सम्भोग करने के लिए आपको क्या करना चाहिए साथ ही यह सुझाव दिया कि प्री-मेच्योर इजैकुलेशन के इलाज की शुरुआत कैसे करें। हम आपको सलाह देते हैं कि किसी गंभीर मामले में विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें और सही उपचार कराएं। हमने आपको यह भी बताया है कि आपकी समस्या कैसे आती है और आप खुद को कैसे बचा सकते हैं। हमने आपको दो महत्वपूर्ण जड़ी बूटियों शिलाजीत और अश्वगंधा के बारे में भी जानकारी दी है। हम आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान अच्छे से रखने और किसी भी समस्या के आने से पहले अपने शरीर का बचाव करने का सुझाव देते हैं।